Maha Kumbh 2025: महा कुंभ 2025 के मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुए भीषण हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिसे प्रशासन ने पुष्टि कर दी है। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन, पुलिस, NDRF और SDRF की टीमों ने राहत और बचाव कार्य तेज किया, जिससे हालात को संभालने में मदद मिली इस घटना के बाद सुबह स्थगित अखाड़ों का अमृत स्नान दोपहर में संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और इसके लिए न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
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कैसे हुआ हादसा 90 घायल, 30 की मौत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेड टूटने और उस पर कूदने से यह हादसा हुआ। इस दुर्घटना में 90 लोग घायल हुए, जिनमें से 30 की दुर्भाग्यवश मृत्यु हो गई। 36 घायलों का इलाज प्रयागराज में चल रहा है, जबकि कुछ घायलों को उनके परिवार वाले अपने साथ ले गए हैं।
CM योगी ने नम आंखों से जताया दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद है, हम उन सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया। रात से ही प्रशासन से संपर्क में थे और व्यवस्था को दुरुस्त किया गया, जिसके चलते हादसे के बाद तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया। पुलिस और प्रशासन ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर NDRF और SDRF की टीमों को त्वरित बचाव कार्य में लगाया।
अखाड़ों ने दोपहर में किया अमृत स्नान
CM योगी ने कहा कि इस घटना के बाद स्वाभाविक रूप से कई सवाल उठ रहे हैं, जिन्हें सरकार जल्द ही हल करेगी। उन्होंने बताया कि मौनी अमावस्या का मुख्य स्नान होने के कारण भारी भीड़ उमड़ी थी, जिसके चलते सड़कें जाम थीं और पुलिस-प्रशासन रात से व्यवस्था संभालने में जुटा था। लेकिन फिर भी यह दुर्घटना हो गई हालांकि, सुबह स्थगित हुआ अखाड़ों का अमृत स्नान दोपहर में संपन्न हुआ और संतों व श्रद्धालुओं ने विधिवत स्नान किया।
घटना की होगी न्यायिक जांच, बनी तीन सदस्यीय कमेटी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह घटना अत्यंत हृदयविदारक है और इसकी न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए न्यायमूर्ति हर्ष कुमार की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें पूर्व डीजी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डीके सिंह शामिल होंगे। इसके अलावा, एक अलग पुलिस जांच भी कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि पूरे दिन इस मामले पर चर्चा हुई, जिसमें पुलिस, प्रशासन, अखाड़ों और संतों से बातचीत की गई। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों से भी मार्गदर्शन लिया गया। सरकार ने घोषणा की है कि मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
सरकार और प्रशासन की बड़ी चुनौती
महा कुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। इस घटना के बाद सरकार की प्राथमिकता भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने की होगी।