LIC Kanyadan Policy: बात जब भी अपने परिवार के भविष्य की होती है, तो हर कोई अपनी संतानों के लिए एक सुरक्षित और सुनहरा भविष्य सुनिश्चित करना चाहता है। खासकर जब बात बेटियों के भविष्य की हो, तो माता-पिता हमेशा चिंतित रहते हैं कि उनकी शादी और शिक्षा का खर्च कैसे पूरा होगा। इस मामले में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की कन्यादान पॉलिसी एक बेहतरीन और सुरक्षित निवेश विकल्प साबित हो सकती है। आज हम आपको इस पॉलिसी के बारे में पूरी जानकारी बातएंगे, जिससे की आप अपने और अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित कर सकें।
LIC Kanyadan Policy क्या है?
यह भी पढ़े – Mutual Fund SIP: सिर्फ ₹500 रुपए के निवेश कर ऐसे बना सकते मोटी रकम, जाने पूरी डिटेल
दरअसल एलआईसी कन्यादान पॉलिसी एक विशेष बीमा योजना है जो विशेष रूप से बेटियों के लिए है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटी की पढ़ाई और शादी के खर्च को पूरा करना है। अगर आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी बेटी के भविष्य के लिए एक स्थिर वित्तीय सुरक्षा चाहते हैं, तो यह पॉलिसी आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकती है।
कौन कर सकता है पॉलिसी में निवेश?
जानकारी के लिए बता दे की LIC कन्यादान पॉलिसी में निवेश करने के लिए कुछ पात्रता शर्तें हैं। सबसे पहले, पॉलिसी में निवेश करने वाला व्यक्ति (जो पॉलिसी का प्रीमियम भरता है) का आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होना चाहिए। इसके अलावा, इस पॉलिसी में निवेश करने के लिए बेटी की उम्र कम से कम 1 वर्ष होनी चाहिए।
कैसे और कितना निवेश करें?
यह भी पढ़े – Apache के लिए आफत बनेगी Hero Hunk 160, स्पोर्टी लुक के साथ कम कीमत में मिलेंगे लाजवाब फीचर्स
जानकारी के लिए बता दे की LIC कन्यादान पॉलिसी में निवेश करने के लिए आपको कम से कम 75 रुपये प्रति दिन का निवेश करना जरुरी है। यदि आप रोज़ 75 रुपये का निवेश करते हैं, तो महीने के अंत तक आपका निवेश 2,250 रुपये हो जाएगा। आप इस निवेश को 25 वर्षों तक जारी रख सकते हैं। अगर आप 25 वर्षों तक लगातार निवेश करते हैं, तो मैच्योरिटी पर आपको लगभग 14 लाख रुपये का रिटर्न मिल सकता है। इस पॉलिसी में विभिन्न मैच्योरिटी पीरियड के विकल्प भी उपलब्ध हैं। यदि आप 25 वर्षों तक निवेश नहीं करना चाहते, तो आप 13 साल के मैच्योरिटी विकल्प को भी चुन सकते हैं।
मृत्यु लाभ क्या होता है?
और बता दे की LIC कन्यादान पॉलिसी में एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि अगर पॉलिसी होल्डर की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को एक बड़ा राशि प्राप्त होती है। अगर पॉलिसी होल्डर की मृत्यु पॉलिसी की अवधि के दौरान होती है, तो नॉमिनी को 10 लाख रुपये का लाभ मिलता है। वहीं, यदि पॉलिसी की मैच्योरिटी पूरी होने के बाद पॉलिसी होल्डर की मृत्यु होती है, तो नॉमिनी को 27 लाख रुपये तक का लाभ मिल सकता है।