Bhopal News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भयानक दुर्घटना हुई इसे भोपाल गैस कांड और भोपाल गैस त्रासदी के नाम से जाना जाता है आइये आपको विस्तार से बताते है इसके बारे में भोपाल गैस कांड 40 साल बाद कार्बाइड का कचरा बाहर आ रहा है.
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शासन की एक बड़ी दलील , भोपाल में हुए गैस कांड को पूरी दुनिया में कोई भूल नहीं सकता
एक ऐसा हादसा कई लोगों को जान गंवानी पड़ी लोग बेघर हो गए, बच्चे बढ़े जवान यहां तक की जानवर भी इस हादसे का शिकार हुए, मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में 3 दिसम्बर सन् 1984 को एक भयानक औद्योगिक दुर्घटना हुई। इसे भोपाल गैस कांड या भोपाल गैस त्रासदी के नाम से जाना जाता है।
यूनियन कार्बाइड कीटनाशक फैक्ट्री से जहरीली गैस मिथाइल आइसोसाइनाइट (MIC) का रिसाव हुआ था. इस हादसे में 5,479 लोगों की मौत हो गई थी. गैस लीक की वजह से पांच लाख से ज्यादा लोगों का स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ था. जिसका असर आज भी कई लोगों पर नजर आता है.
40 साल बाद जहरीला कचरा शासन की सुरक्षा में कंटेनरों के द्वारा बाहर गया
राजधानी भोपाल से 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा हो रहा बाहर 12 कंटेनर लेकर निकले जहरीला कचरा पीथमपुर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजा जा रहा कचरा,ट्रेफिक पुलिस ने बनाया प्लान जहरीले कचरे को कंटेनर के सहारे कड़ी सुरक्षा से ले जाया जा रहा है, भारी पुलिस बल मौजूद कंटेनर के साथ एम्बुलेंस,पुलिस, फायर दमकलें साथ चल रही है