फरवरी में प्याज की इस किस्म की करें खेती, धड़ाधड़ होगी कमाई और एक एकड़ में होगा बंपर उत्पादन, जाने नाम. प्याज की खेती किसानों के लिए हमेशा से फायदेमंद रही है। आज हम आपको एक ऐसी प्याज की किस्म के बारे में बता रहे हैं, जो बेहतरीन उत्पादन देती है। इस किस्म की खेती पर खर्च भी कम आता है और कमाई बेहद ज्यादा होती है। इस प्याज की किस्म का रंग सफेद और आकार गोल होता है, जिसकी बाजार में बहुत अधिक मांग है। इस किस्म का नाम DOGR-W-36 है, जिसकी खेती गुजरात के जूनागढ़ और महाराष्ट्र के नासिक, राहुरी और पुणे जिलों में की जाती है। आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
कैसे करें DOGR-W-36 किस्म की प्याज की खेती?
यदि आप DOGR-W-36 किस्म की प्याज की खेती करना चाहते हैं, तो आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है। इससे आपको खेती के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी।
- खेत की तैयारी:
- सबसे पहले खेत की गहरी जुताई 3 से 4 बार करें।
- इसके बाद मिट्टी में गोबर की खाद मिलाएं।
- बुवाई की प्रक्रिया:
- बुवाई के लिए केवल DOGR-W-36 किस्म के कंद या बीज का उपयोग करें।
- बीजों को कतारों में बोना चाहिए।
- खाद और सिंचाई:
- इस किस्म की खेती में जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए।
- बुवाई के बाद फसल को 15 से 120 दिनों में तैयार होने में समय लगता है।
DOGR-W-36 प्याज की खेती से कमाई
DOGR-W-36 किस्म की प्याज की खेती से किसानों को जबरदस्त आय होती है।
- एक एकड़ में इस किस्म की खेती करने से लगभग 325 क्विंटल प्याज का उत्पादन होता है।
- बाजार में इसकी उच्च मांग के कारण किसान इससे आसानी से 5 से 5.5 लाख रुपये कमा सकते हैं।
- यह किस्म किसानों के लिए बहुत लाभदायक साबित होती है।
क्यों करें DOGR-W-36 की खेती?
- कम लागत: इसकी खेती में खर्च बहुत कम आता है।
- ज्यादा उत्पादन: एक एकड़ में भारी मात्रा में उत्पादन मिलता है।
- बाजार में मांग: सफेद रंग और गोल आकार के कारण इस किस्म की प्याज की मांग बहुत अधिक होती है।
- जल्दी तैयार फसल: केवल 120 दिनों में फसल पूरी तरह तैयार हो जाती है।