Pithampur Protest: पिथमपुर में भोपाल गैस त्रासदी के कचरे को जलाने के विरोध में उतरे लाखों लोग, पथराव के बाद लाठीचार्ज

Pithampur Protest: पिथमपुर में भोपाल गैस त्रासदी के कचरे को जलाने के विरोध में उतरे लाखों लोग, पथराव के बाद लाठीचार्ज

Pithampur Protest: भोपाल गैस त्रासदी के जहरीले कचरे को पिथमपुर में जलाने के विरोध में जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आज सुबह से ही पिथमपुर पूरी तरह बंद है। सभी दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने स्वेच्छा से अपने शटर गिरा लिए हैं। लाखों लोग सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। हालात बेकाबू होते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

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कचरा पहुंचते ही उग्र हुआ विरोध

बीती रात जब भोपाल से पिथमपुर जहरीला कचरा पहुंचा, तो प्रशासन और जनप्रतिनिधियों में हड़कंप मच गया। लेकिन जनता पर पुलिस, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की समझाइश का कोई असर नहीं हो रहा है। सभी संस्थाएं और संगठन एक मंच पर आकर इस कचरे के जलाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

निवासियों का पूरा समर्थन

इस विरोध को स्थानीय निवासियों का पूरा समर्थन मिल रहा है। बंद का असर हर जगह दिख रहा है। सड़कों पर कोई भी व्यवसायिक गतिविधियां नजर नहीं आ रही हैं। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जहरीले कचरे को जलाने की प्रक्रिया शुरू हुई, तो आंदोलन और भी उग्र हो जाएगा।

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इंदौर से पहुंचे कई संगठन

इंदौर के कई संगठनों और सामाजिक संस्थाओं ने भी पिथमपुर में विरोध प्रदर्शन में भाग लिया है। इंदौर में भी बड़ी संख्या में लोग इस मुद्दे पर अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं। मजदूर संघ, किसान संघ, रेजिडेंट्स एसोसिएशन और अन्य कई संगठन पिथमपुर जाकर इस आंदोलन में शामिल हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री की अपील भी बेअसर

कल मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विरोध कर रहे लोगों को शांत करने का प्रयास किया था, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। भोपाल से इंदौर लाए गए 337 टन जहरीले कचरे के खिलाफ जारी विरोध के बीच इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय की उपस्थिति में एक बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि हम भी शहर की चिंता करते हैं और सरकार को रातभर सोने नहीं दिया। उन्होंने जनता से कहा कि जहरीले कचरे को लेकर डरने की जरूरत नहीं है और संदेहों को दूर करना महत्वपूर्ण है। हालांकि, उनकी बातों का आंदोलन पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा।

सुबह से लाखों लोग सड़कों पर

सुबह होते ही लाखों लोग सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया। जनता का आक्रोश इस कदर बढ़ गया है कि अब हर गली और मोहल्ले में आंदोलन की गूंज सुनाई दे रही है। लोग एक सुर में जहरीले कचरे को जलाने के फैसले का विरोध कर रहे हैं।

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